Video: फारूक अबदुल्ला ने मां वैष्णो के दरबार में तूने मुझे बुलाया शेरावालिये भजन गाया – India TV Hindi

Video: फारूक अबदुल्ला ने मां वैष्णो के दरबार में तूने मुझे बुलाया शेरावालिये भजन गाया – India TV Hindi

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Farooq Abdullah

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भजन गाते हुए फारूक अब्दुल्ला

जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने गुरुवार को मां शेरा वाली को समर्पित एक भजन गाकर श्रद्धालुओं को चौंका दिया। अब्दुल्ला के भजन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। अब्दुल्ला ने कटरा में ‘रोपवे’ निर्माण के मुद्दे पर भी बात की और कहा कि माता वैष्णो देवी मंदिर के संचालन के लिए जिम्मेदार लोगों को ऐसे काम करने से बचना चाहिए, जिससे लोगों को परेशानी हो। 

कटरा के एक आश्रम में भजन कार्यक्रम में एक गायक और बच्चों के साथ शामिल होकर अब्दुल्ला ने गाया, “तूने मुझे बुलाया शेरावालिये, मैं आया मैं आया शेरावालिये।” अब्दुल्ला ने इस अवसर पर ‘रोपवे’ परियोजना के खिलाफ कटरा के लोगों के विरोध का समर्थन किया। उन्होंने कहा, “मंदिर का संचालन करने वालों को ऐसा कोई काम नहीं करना चाहिए, जिससे स्थानीय लोगों के हितों को नुकसान पहुंचे या उनके लिए समस्याएं पैदा हों।” 

रोपवे निर्माण का विरोध कर रहे स्थानीय लोग

फारूक अब्दुल्ला ने शहर के हितों पर विचार किए बिना ‘रोपवे’ का निर्माण करने के लिए बोर्ड की आलोचना की। अब्दुल्ला ने कहा, “आपने साहस दिखाया और इसे रोकने के लिए बहादुरी से लड़ाई लड़ी। उन्हें एहसास हो गया है कि सत्ता जनता के पास है, सरकार के पास नहीं।” अब्दुल्ला ने इस बात पर जोर दिया कि लोगों के पास सरकार बनाने या तोड़ने की शक्ति है और अब अधिकारी उनसे इस बात पर चर्चा करने के लिए संपर्क कर रहे हैं कि रोपवे का निर्माण कहां किया जाना चाहिए।

क्यों हो रहा रोपवे का विरोध?

श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने नवंबर 2024 में गुफा मंदिर तक 13 किलोमीटर लंबे रास्ते पर रोपवे बनाने का ऐलान किया था। बोर्ड का कहना है कि इस रास्ते पर वरिष्ठ नागरिकों, बच्चों और अन्य लोगों को मंदिर तक पहुंचने के लिए पैदल चलना पड़ता है। कई लोग इसमें सक्षम नहीं होते है और उन्हें पीठ पर बैठाकर ले जाना पड़ता है। श्रद्धालुओं की आसानी के लिए रोपवे बनाया जाएगा। इसमें 250 करोड़ रुपये खर्च होंगे और इसके जरिए ताराकोट मार्ग को सांजी छत से जोड़ा जाएगा, जो मंदिर की ओर जाता है। हालांकि, स्थानीय लोग इसका विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि इससे माता वैष्णो देवी मंदिर जाने वाले तीर्थयात्रियों को विभिन्न सुविधाएं मुहैया कराने वाले हजारों श्रमिकों की आजीविका बंद हो जाएगी। (इनपुट- पीटीआई भाषा)



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