सोने से इस साल भी 20% रिटर्न की उम्मीद: बड़े देशों में तनाव, ट्रम्प के आक्रामक रुख के चलते सोने में तेजी जारी रहेगी
केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर, अजय केडिया12 मिनट पहले
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क्या सोने में तेजी इस साल भी बनी रहेगी? यह सवाल आम लोगों के जेहन में सबसे तेजी से चल रहा है। दरअसल, बीते साल सोने की कीमतों ने बीते एक दशक में किसी एक साल में सबसे तेज रफ्तार देखी। 20% से अधिक रिटर्न दिया।
इसकी वजह दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों द्वारा सोने की खरीद, जियो पॉलिटिक्स तनाव, मौद्रिक नीतियों में बदलाव से लेकर भारत-चीन जैसे प्रमुख बाजारों में कंज्यूमर्स डिमांड रही। अब इस साल यह ट्रेंड जारी रहेगा और 20% से अधिक रिटर्न का अनुमान है।
इन प्रमुख कारणों से सोने में रहेगी तेजी
- दुनिया भर में चल रही अनिश्चितताएं, जैसे मौजूदा संघर्षों में संभावित वृद्धि और नए भू-राजनीतिक तनाव से बचाव के लिए सुरक्षित निवेश के तौर पर सोने में निवेश बढ़ेगा।
- भारत जैसे उभरते बाजारों में, केंद्रीय बैंक सक्रिय रूप से अपने सोने के भंडार को बढ़ा रहे हैं। यह रुझान 2025 में जारी रहेगा, जो सोने की कीमतों के लिए मजबूत समर्थन प्रदान करेगा।
- अमेरिकी आर्थिक नीतियों को लेकर अनिश्चितता, खासकर नए ट्रम्प प्रशासन के साथ आर्थिक अस्थिरता के खिलाफ बचाव के रूप में सोने की मांग में वृद्धि कर सकती है।
- इस स्थिति में हमारा अनुमान है कि एमसीएक्स यानी वायदा मार्केट पर सोने के दाम ₹85 हजार रुपए प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकते हैं।
- वित्त वर्ष 2024 में सोने के आयात में 9% की कटौती के चलते भारत में आभूषणों की मांग में 18% की वृद्धि हुई और वित्त वर्ष 2025 में 14-18% बढ़ने की उम्मीद है।
- भारत का संगठित आभूषण बाजार टियर 2 और टियर 3 शहरों में विस्तार कर रहा है। ब्रांडेड आभूषणों का राजस्व वित्त वर्ष 2025 में सालाना आधार पर 18-20% बढ़ने का अनुमान है।
- देश में गोल्ड लोन बीते साल रिकॉर्ड 56% बढ़कर 1.54 लाख करोड़ पहुंच गया। गोल्ड गिरवी रखकर गोल्ड लेने की प्रवृत्ति में इस साल और तेजी रहेगी। इस साल गोल्ड लोन करीब सात गुना बढ़कर 10 लाख करोड़ रुपए के बेंचमार्क को पार सकता है।
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