साजिद नाडियाडवाला @59: स्पॉटबॉय से करियर की शुरुआत, आज इनकी नेटवर्थ 12800 करोड़, एक सीन के लिए क्रिकेट टीम को मैदान पर उतारा

साजिद नाडियाडवाला @59:  स्पॉटबॉय से करियर की शुरुआत, आज इनकी नेटवर्थ 12800 करोड़, एक सीन के लिए क्रिकेट टीम को मैदान पर उतारा

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29 मिनट पहलेलेखक: भारती द्विवेदी

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साजिद ने सलमान खान की फिल्म 'किक' को प्रोड्यूस करने के साथ डायरेक्ट भी किया था और उसका स्क्रीनप्ले भी लिखा था। - Dainik Bhaskar

साजिद ने सलमान खान की फिल्म ‘किक’ को प्रोड्यूस करने के साथ डायरेक्ट भी किया था और उसका स्क्रीनप्ले भी लिखा था।

साजिद नाडियाडवाला फिल्म इंडस्ट्री के सबसे चर्चित नामों में से एक हैं। उनकी पहचान प्रोड्यूसर, डायरेक्टर और राइटर के तौर पर भी है। साजिद आज 59 साल के हो गए हैं। 21 साल की उम्र में बतौर स्पॉटबॉय अपना करियर शुरू करने वाले साजिद की गिनती अब बॉलीवुड के टॉप प्रोड्यूसर में होती है। 37 साल के करियर में उन्होंने 40 से ऊपर फिल्में बनाई हैं, जिनमें से कई फिल्में ब्लॉकबस्टर रही हैं।

साजिद के दादा, पिता और चाचा तीनों ही फिल्म प्रोड्यूसर थे। फिल्मी बैकग्राउंड से आने के बावजूद भी उनके सपने अलग थे। वो IAS बनना चाहते थे, लेकिन किस्मत उन्हें इंडस्ट्री में ले आई। फिर उन्होंने 1990 में अपनी प्रोडक्शन कंपनी खोली।

इंडस्ट्री में साजिद की पहचान एक ऐसे प्रोड्यूसर की है, जो अपने प्रोजेक्ट के साथ एक्सपेरिमेंट करते हैं और नई-नई चीजों को करने से डरते नहीं हैं।

साजिद साउथ सुपरस्टार रजनीकांत की बायोपिक बनाने वाले हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि रजनीकांत की बायोपिक में धनुष उनका किरदार निभाएंगे। हालांकि इसे लेकर कोई ऑफिशियल अनाउंसमेंट नहीं की गई है।

साजिद साउथ सुपरस्टार रजनीकांत की बायोपिक बनाने वाले हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि रजनीकांत की बायोपिक में धनुष उनका किरदार निभाएंगे। हालांकि इसे लेकर कोई ऑफिशियल अनाउंसमेंट नहीं की गई है।

आज साजिद नाडियाडवाला के बर्थडे के मौके पर जानिए उनकी जिंदगी के रोचक किस्से…

प्रोड्यूसर नहीं IAS बनना चाहते थे साजिद

साजिद का जन्म 18 फरवरी 1966 को मुंबई में हुआ था। साजिद एक फिल्मी बैकग्राउंड से ताल्लुक रखते हैं। इनके पिता सुलेमान नाडियाडवाला प्रोड्यूसर थे। साजिद के दादा अब्दुल करीम नाडियाडवाला एक नामी फिल्ममेकर थे। उन्होंने 100 से अधिक फिल्में प्रोड्यूस की थी। इनमें ‘ताजमहल’, ‘अमरशक्ति’, ‘भाई हो तो ऐसा’ जैसी फिल्में शामिल हैं। साजिद के दादा मालाड में रहते थे। वहां पर उनके दादा थिएटर के मालिक थे। उनके नाम पर 5000 एकड़ से अधिक जमीन और सड़कें थीं।

आज भी मुबंई के वर्सोवा में साजिद के पिता के नाम पर सुलेमान नाडियाडवाला चौक है। वहीं, अंधेरी वेस्ट में उनकी दादी फातिमा के नाम पर फातिमा एके नाडियाडवाला हाई स्कूल है।

साजिद बचपन से घर में फिल्म का माहौल देखते हुए बड़े हुए थे, लेकिन उन्हें इस लाइन में नहीं आना था। साजिद पढ़ाई में काफी अच्छे थे। साल 1981 में उन्होंने अपना ग्रेजुएशन पूरा किया। साजिद ने सीए और लॉ की पढ़ाई भी की है। एक इंटरव्यू में साजिद बताते हैं कि उन्हें IAS बनना था। शुरुआत में उन्हें फिल्मों में कोई दिलचस्पी नहीं थी।

‘गुलामी’ में धर्मेंद्र के लिए बने स्पॉटबॉय

साजिद 21 साल के थे, जब उनके चाचा अब्दुल गफ्फार नाडियाडवाला (AG) फिल्म ‘गुलामी’ को प्रोड्यूस कर रहे थे। ये एक लंबी-चौड़ी स्टार कास्ट वाली फिल्म थी, जिसे जेपी दत्ता डायरेक्ट कर रहे थे। ये उनकी बतौर डायरेक्टर डेब्यू फिल्म थी। साजिद के चाचा ने उन्हें इस फिल्म में बतौर असिस्टेंट काम करने का मौका दिया था।

एक इंटरव्यू में साजिद बताते हैं कि सेट पर असिस्टेंट की इतनी लंबी-चौड़ी लिस्ट थी कि उनका नंबर 9 या 10 था। 10 नंबर वाले असिस्टेंट का काम होता था सेट पर बर्फ लाना, चायपत्ती लाना, धरम जी का रूम क्लीन है या नहीं, ये देखना और कभी अगर सेट पर ड्राइवर नहीं है तो ड्राइवर की जिम्मेदारी निभानी होती थी।

पहली ही फिल्म में उतारी बड़ी स्टार कास्ट

साजिद ने अपने चाचा के प्रोडक्शन हाउस में तीन साल तक काम किया। उसके बाद मात्र 25 साल की उम्र में उन्होंने अपना प्रोडक्शन हाउस नाडियाडवाला ग्रैंडसन एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड खोल ली। साजिद धर्मेंद्र की फिल्म देखकर बड़े हुए थे और उनके बहुत बड़े फैन भी थे। उन्होंने अपनी प्रोडक्शन हाउस की पहली फिल्म में ‘जुल्म की हुकूमत’ में धर्मेंद्र को लीड रोल के लिए साइन किया।

इस फिल्म में धर्मेंद्र के अलावा गोविंदा, मौसमी चटर्जी, किमी काटकर, शक्ति कपूर, परेश रावल, रजा मुराद जैसे कलाकार थे। पर्दे पर स्टोरी को अमिताभ बच्चन ने नैरेट किया था। जी न्यूज के मुताबिक, आज साजिद की नेटवर्थ 12800 हजार करोड़ है।

डायरेक्शन और स्क्रीनप्ले में भी आजमाया हाथ

साजिद ने बतौर प्रोड्यूसर 10 फिल्में बनाने के बाद राइटिंग की तरफ अपना रुख किया। उन्होंने अपने प्रोडक्शन हाउस के तहत बनने वाली फिल्में ‘हाउसफुल’, ‘हाउसफुल-2’, ‘हीरोपंती-2‘ में राइटिंग का जिम्मा संभाला था। रितेश देशमुख स्टारर मराठी फिल्म ‘लय भारी’ की स्टोरी भी साजिद ने लिखी थी। इसके डायरेक्टर निशिकांत कामत और प्रोड्यूसर-अभिनेत्री जेनेलिया डिसूजा थीं। साजिद ने फिल्म ‘किक’ से बतौर डायरेक्टर अपना डेब्यू किया था।

पर्दे पर फ्रेश जोड़ी दिखाने का जाता है श्रेय

साजिद अपनी पहली फिल्म से ही पर्दे पर फ्रेश जोड़ी लाते रहे हैं। इसे वो अपनी फिल्मों की खास बात मानते हैं। उन्होंने पर्दे पर कई ऐसी जोड़ियां बनाईं, जिन्हें दर्शकों ने खूब प्यार दिया। उन जोड़ियों को दर्शकों ने इतना पसंद किया कि बाद में वे साथ में कई फिल्मों में दिखे। जैसे अक्षय कुमार-सुनील शेट्टी। ‘जुल्म की हुकूमत’ में वो धर्मेंद्र और गोविंदा की जोड़ी लेकर आए। ये पहली बार था, जब दोनों साथ काम कर रहे थे। दूसरी फिल्म ‘वक्त हमारा है’ में पहली बार अक्षय कुमार और सुनील शेट्टी ने स्क्रीन शेयर किया। इसके बाद दोनों ने साथ में कई हिट फिल्में कीं।

फिल्म ‘जीत’ में सलमान और सनी देओल पहली बार साथ दिखे। इसके अलावा ‘हर दिल जो प्यार करेगा’ में रानी मुखर्जी और प्रीति जिंटा ने पहली बार साथ काम किया। ‘मुझसे शादी करोगी’ में सलमान-अक्षय कुमार और सलमान-प्रियंका चोपड़ा की जोड़ी भी पहली बार स्क्रीन पर साथ नजर आई थी।

साजिद ने दो हीरो, हीरो-हीरोइन के फ्रेश पेयरिंग के अलावा हीरो और डायरेक्टर की भी जोड़ी बनाई है। अपनी पांचवीं फिल्म में साजिद पहली बार डेविड धवन और सलमान को साथ लेकर आए। इससे पहले डेविड गोविंदा को लेकर फिल्में बना रहे थे और सलमान की इमेज राजश्री बॉय की थी। ‘जुड़वा’ में सलमान पहली बार डबल रोल में दिखे। फ्रेश जोड़ियों को साथ में लाने का ये सिलसिला आज भी जारी है।

फिल्मों में नई तकनीक और हॉलीवुड स्टार का एक्सपेरिमेंट

साजिद अपने काम में काफी एक्सपेरिमेंटल रहे हैं। चाहे नई जोड़ी को पर्दे पर लाने की बात हो या नए डायरेक्टर्स को मौका देने की। उन्होंने ये रिस्क बखूबी उठाया है। साजिद के खाते में एक उपलब्धि ये भी है कि वो पहले प्रोड्यूसर हैं, जिन्होंने अपनी फिल्म ‘कमबख्त इश्क’ के लिए हॉलीवुड स्टार्स को कास्ट किया था। इस फिल्म में अक्षय कुमार-करीना कपूर के साथ सिल्वेस्टर स्टेलोन, ब्रैंडन रॉथ और एक्ट्रेस डेनिस रिचर्ड्स जैसी हॉलीवुड स्टार नजर आईं।

एक इंटरव्यू में साजिद बताते हैं कि उन्हें तकनीक हमेशा ही आकर्षित करती है। साल 2004 में फिल्म ‘मुझसे शादी करोगी’ में उन्होंने टाइम स्लाइस तकनीक का इस्तेमाल किया था। इसी फिल्म में साजिद ने मोशन कंट्रोल टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया था। इस तकनीक का इस्तेमाल हॉलीवुड फिल्म मैट्रिक्स में किया गया था।

2003 वर्ल्ड कप के पहले भारतीय टीम के साथ शूट

‘मुझसे शादी करोगी‘ फिल्म के क्लाइमैक्स सीन में दर्शकों को कई भारतीय क्रिकेटर अभिनय करते दिखे। इरफान पठान, हरभजन सिंह, आशीष नेहरा, मोहम्मद कैफ, पार्थिव पटेल, जवागल श्रीनाथ से फिल्म का क्लाइमैक्स शूट कराना साजिद अपनी बड़ी उपलब्धि मानते हैं।

एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि आमतौर पर फिल्मों में रिटायर्ड क्रिकेटर्स दिखते थे या जो देश के लिए नहीं खेल रहे होते थे, लेकिन ऐसा पहली बार हुआ था, जब उस वक्त के भारतीय क्रिकेट टीम के मौजूदा खिलाड़ी फिल्म का हिस्सा बने। वो भी ICC वर्ल्ड कप 2003 के शुरू होने के तीन दिन पहले।

जब सलमान से डेट्स को लेकर हुई थी लड़ाई

सलमान खान और साजिद नाडियाडवाला का रिश्ता सिर्फ एक्टर-प्रोड्यूसर का नहीं है बल्कि दोनों अच्छे दोस्त भी हैं, लेकिन ‘हर दिल जो प्यार करेगा’ की शूट से पहले एक ऐसा वाकया हुआ, जब सलमान ने साजिद के मुंह पर अपनी डायरी फेंक दी थी। कपिल शर्मा के शो में साजिद ने अपनी और सलमान की लड़ाई का किस्सा शेयर किया था। साजिद ने बताया था कि उन्हें ‘हर दिल जो प्यार करेगा’ फिल्म की शूटिंग के लिए सलमान की डेट्स चाहिए थी। वो उनके पास बात करने गए, लेकिन दोनों के बीच डेट्स को लेकर बहस हो गई।

साजिद चाहते थे कि सलमान उन्हें जल्दी डेट्स दे दें, जबकि सलमान उस वक्त चार और फिल्मों की शूटिंग में बिजी थे। साजिद की जिद देखकर दोनों के बीच बहस शुरू हो गई और फिर सलमान ने अपनी डेट्स वाली डायरी उनके मुंह पर फेंक दी।

साजिद ने वो डायरी अपने पास रख ली और उसमें उनके शेड्यूल के हिसाब से डेट एडजस्ट कर लिया। तीन दिन बाद सलमान ने अपने किसी आदमी को भेजकर वो डायरी मंगवाई और बाद में दोनों ने शूट पूरा किया।

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