विधानसभा चुनाव से पहले AAP में मची भगदड़! अब 8वें विधायक ने भी दिया इस्तीफा – India TV Hindi

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अरविंद केजरीवाल
Delhi Assembly Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग में अब महज पांच दिन बाकी हैं लेकिन उससे पहले ही आम आदमी पार्टी में भगदड़ मच गई है। सात विधायकों के बाद अब आठवें विधायक ने भी इस्तीफा दे दिया है। मादीपुर से आम आदमी पार्टी के विधायक गिरीश सोनी ने इस्तीफा दे दिया है। इससे पहले अब तक सात विधायक इस्तीफा दे चुके हैं। कुल 8 विधायकों के इस्तीफे ने पार्टी के लिए नई मुश्किलें खड़ी कर दी हैं।
टिकट नहीं मिलने से नाराज
बताया जा रहा है कि आम आदमी पार्टी के ये विधायक चुनाव में टिकट नहीं मिलने से नाराज थे। कुछ विधायकों ने सोशल मीडिया पर अपने इस्तीफे शेयर किए और भ्रष्टाचार तथा अन्य मुद्दों को लेकर आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा। गिरिश सोनी सोशल मीडिया एक्स पर अपने इस्तीफे की कॉपी शेयर की। उन्होंने लिखा-काफी समय से आम आदमी पार्टी में जो गतिविधियां चल रही हैं। वह हमेशा आलोचना का विषय बनकर एक सवालिया निशान उठाती है जैसे “शीशमहल”।क्या इसके बाद हम सच में आम आदमी हैं।इन सभी विषयों से आघात होकर आज मैं आम आदमी पार्टी की समस्त जिम्मेदारियों से निवृत होकर आम आदमी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं।
अब तक इन विधायकों ने दिया इस्तीफा
गिरिश सोनी से पहले कस्तूरबा नगर से मौजूदा विधायक मदन लाल ने दावा किया कि उन्होंने और पार्टी के छह अन्य विधायकों ने ‘आप’ की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। मदन लाल ने कहा कि उन्होंने अपना इस्तीफा दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल को भी भेज दिया है। इस्तीफा देने वाले आप विधायकों में भावना गौड़ (पालम), नरेश यादव (महरौली), रोहित मेहरौलिया (त्रिलोकपुरी) और पवन शर्मा (आदर्श नगर), बी एस जून (बिजवासन) और राजेश ऋषि (जनकपुरी) भी शामिल हैं।
पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल को संबोधित अपने त्यागपत्र में पालम से दो बार की विधायक भावना गौड़ ने कहा, ‘‘मैं आम आदमी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रही हूं, क्योंकि मेरा आप (केजरीवाल) और पार्टी पर से भरोसा उठ गया है।’’
AAP प्रवक्ता ने कहा-यह कोई बड़ी बात नहीं
इस्तीफा देने वाले विधायकों की आलोचना करते हुए आप की राष्ट्रीय प्रवक्ता रीना गुप्ता ने कहा कि पार्टी द्वारा कराए गए सर्वेक्षण से पता चला है कि ये सभी अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में जनता के लिए उपलब्ध नहीं थे और इसीलिए उन्हें चुनाव में टिकट नहीं दिया गया। गुप्ता ने कहा, ‘‘हमने सर्वेक्षण के प्रतिकूल परिणामों के कारण उन्हें टिकट नहीं दिया। टिकट नहीं मिलने के बाद अब वे दूसरी पार्टी में शामिल हो रहे हैं, यह कोई बड़ी बात नहीं है। यह राजनीति का हिस्सा है।’’ आम आदमी पार्टी ने पांच फरवरी को होने वाले चुनाव के लिए अपने 16 मौजूदा विधायकों की जगह नए चेहरे उतारे हैं।
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