जोहो के फाउंडर श्रीधर वेम्बू ने CEO पद छोड़ा: अब चीफ साइंटिस्ट होंगे, AI और डीप-टेक पर रिसर्च करेंगे; को-फाउंडर शैलेश कुमार नए CEO होंगे

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मुंबई9 मिनट पहले
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सॉफ्टवेयर कंपनी जोहो के फाउंडर और लंबे समय से CEO रहे श्रीधर वेम्बू ने अपना पद छोड़ दिया है। अब वे कंपनी के चीफ साइंटिस्ट के तौर पर काम करेंगे। यहां वे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डीप-टेक पर फोकस्ड रिसर्च और इनोवेशन पर काम करेंगे। कंपनी के को-फाउंडर शैलेश कुमार दावे अब कंपनी के नए चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर होंगे।
श्रीधर वेम्बू ने सोमवार (27 जनवरी) को अपने X अकाउंट पर लिखा, ‘मौजूदा समय के चुनौतियों, अवसर और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में हुए डेवलपमेंट को देखते हुए मैंने फैसला किया है कि अब मुझे अपने पर्सनल रूरल डेवेलपमेंट मिशन के साथ साथ फुल टाइम रिसर्च एंड डेवेलपमेंट (R&D) के काम पर फोकस करना चाहिए।’

को-फाउंडर टोनी थॉमस जोहो US को लीड करेंगे।
उन्होंने कहा, ‘हमारे को-फाउंडर शैलेश कुमार दावे नए ग्रुप CEO के रूप में काम करेंगे। को-फाउंडर टोनी थॉमस जोहो US को लीड करेंगे। राजेश गणेशन हमारे मैनेज-इंजन डिवीजन का नेतृत्व करेंगे और मणि वेम्बू जोहो डॉट कॉम डिवीजन को लीड करेंगे।’
पद्म श्री से सम्मानित हैं श्रीधर वेम्बू
श्रीधर वेम्बू ने अपने करियर की शुरुआत सैन डिएगो कैलिफोर्निया से क्वालकॉम के साथ वायरलेस इंजीनियर के रूप की थी। पिछले साल भारत के 39वें सबसे अमीर व्यक्ति थे। 2021 में उन्हें भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म श्री से सम्मानित किया गया था।
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गांवों से चलने वाली देश की पहली टेक्नोलॉजी कंपनी जोहो अब उत्तर भारत में भी अपने प्रोजेक्ट्स शुरू करेगी। कंपनी के सीईओ श्रीधर वेम्बू कहते हैं हमारे ऑफिस में कई कर्मचारी उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों से हैं इसलिए हम अब उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में प्रोजेक्ट्स शुरू कर रहे हैं ताकि यहां के युवाओं को माइग्रेट न करना पड़े। सोनभद्र के अलावा भी हम यूपी के देवरिया जैसे शहरों में योजना शुरू करने की सोच रहे हैं।
पढ़िए दैनिक भास्कर के साथ श्रीधर वेम्बू के साथ खास बातचीत…
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