आज से ओपन होगा डॉ. अग्रवाल्स हेल्थ केयर का IPO: 31 जनवरी तक बिडिंग कर सकेंगे निवेशक, मिनिमम निवेश करने होंगे 14,070 रुपए

आज से ओपन होगा डॉ. अग्रवाल्स हेल्थ केयर का IPO:  31 जनवरी तक बिडिंग कर सकेंगे निवेशक, मिनिमम निवेश करने होंगे 14,070 रुपए


मुंबई6 मिनट पहले

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डॉ. अग्रवाल्स हेल्थ केयर लिमिटेड का इनिशियल पब्लिक ऑफर यानी IPO आज (29 जनवरी) से ओपन होगा। निवेशक इस इश्यू के लिए 31 जनवरी तक बिडिंग कर सकेंगे। 5 फरवरी को कंपनी के शेयर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर लिस्ट होंगे।

इस इश्यू के जरिए कंपनी टोटल ₹3,027.26 करोड़ जुटाना चाहती है। इसके लिए कंपनी ₹ 300 करोड़ के 74,62,686 फ्रेश शेयर इश्यू करेगी। वहीं, इसके साथ ही कंपनी के मौजूदा निवेशक ऑफर फॉर सेल यानी OFS के जरिए ₹2,727.26 करोड़ के 6,78,42,284 शेयर बेच रहे हैं।

अगर आप भी इसमें पैसा लगाने का प्लान बना रहे हैं तो हम आपको बता रहे हैं कि आप इसमें कितना निवेश कर सकते हैं।

मिनिमम और मैक्सिमम कितना पैसा लगा सकते हैं?

डॉ. अग्रवाल्स हेल्थ केयर लिमिटेड ने IPO का प्राइस बैंड ₹382-₹402 तय किया है। रिटेल निवेशक मिनिमम एक लॉट यानी 35 शेयर्स के लिए बिडिंग कर सकते हैं। यदि आप IPO के अपर प्राइज बैंड ₹402 के हिसाब से 1 लॉट के लिए अप्लाय करते हैं, तो इसके लिए ₹14,070 इन्वेस्ट करने होंगे।

वहीं, मैक्सिमम 14 लॉट यानी 490 शेयर्स के लिए रिटेल निवेशक अप्लाय कर सकते हैं। इसके लिए निवेशकों को अपर प्राइज बैंड के हिसाब से ₹1,96,980 इन्वेस्ट करने होंगे।

इश्यू का 35% हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व

कंपनी ने IPO का 50% हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए रिजर्व रखा है। इसके अलावा 35% हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स और बाकी का 15% हिस्सा नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) के लिए रिजर्व है।

2010 में स्थापित हुई था डॉ. अग्रवाल्स हेल्थ केयर लिमिटेड

2010 में स्थापित हुई डॉ. अग्रवाल्स हेल्थ केयर लिमिटेड मोतियाबिंद, रिफ्रैक्टिव और अन्य सर्जरी जैसी आईकेयर सर्विसेज देती है। इसके अलावा यह चश्मे, कॉन्टैक्ट लेंस और आईकेयर से जुड़े फार्मा प्रोडक्ट्स भी बेचती है। वित्त वर्ष 2024 के दौरान भारत में कुल आईकेयर सर्विस चेन मार्केट में इसकी हिस्सेदारी लगभग 25% थी।

IPO क्या होता है?

जब कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर्स को आम लोगों के लिए जारी करती है तो इसे इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी IPO कहते हैं। कंपनी को कारोबार बढ़ाने के लिए पैसे की जरूरत होती है। ऐसे में कंपनी बाजार से कर्ज लेने के बजाय कुछ शेयर पब्लिक को बेचकर या नए शेयर इश्यू करके पैसा जुटाती है। इसी के लिए कंपनी IPO लाती है।



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