अखिलेंद्र मिश्र के कविता संग्रह ‘आत्मोत्थानम्’ का विमोचन: तीन पुस्तक लिख चुके एक्टर, उनकी साहित्यिक यात्रा समाज और साहित्य को एक नई दिशा देगी

अखिलेंद्र मिश्र के कविता संग्रह ‘आत्मोत्थानम्’ का विमोचन:  तीन पुस्तक लिख चुके एक्टर, उनकी साहित्यिक यात्रा समाज और साहित्य को एक नई दिशा देगी


56 मिनट पहले

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बॉलीवुड के फेमस एक्टर अखिलेंद्र मिश्र की तीसरी पुस्तक तथा दूसरी कविता संग्रह ‘आत्मोत्थानम्’ का विमोचन विश्व पुस्तक मेला में आचार्य बालकृष्ण, डॉक्टर चंद्रप्रकाश द्विवेदी , साहित्यकार ओम निश्चल , डॉक्टर लक्ष्मी शंकर बाजपेई, सर्व भाषा ट्रस्ट के संचालक केशव मोहन पाण्डेय , प्रोफेसर संगीत रागी एवं श्रीमती दीपाली मलिक के कर कमलों द्वारा किया गया।

अखिलेंद्र मिश्र की कविता संग्रह ‘आत्मोत्थानम्’ का विमोचन विश्व पुस्तक मेला में हुआ।

अखिलेंद्र मिश्र की कविता संग्रह ‘आत्मोत्थानम्’ का विमोचन विश्व पुस्तक मेला में हुआ।

विमोचन के अवसर पर अखिलेंद्र मिश्र ने अपनी कविता संग्रह ‘आत्मोत्थानम्’ से हिन्दी कविता का पाठ किया। दर्शकों के विशेष आग्रह पर अखिलेंद्र मिश्र ने अपनी कविता ‘सरस्वती’ और ‘लोकतंत्र’ का भी पाठ किया। उन्होंने अपनी कविता लोकतंत्र में लोकतंत्र की व्याख्या आध्यात्मिक रूप से की है।

बता दें कि सरस्वती कविता सरस्वती नदी पर आधारित है। इस कविता में बताया गया है कि सरस्वती सूक्ष्म हैं। गुप्त है, लेकिन लुप्त नहीं हैं । यह कविता इस बात को करती है। ‘आत्मोत्थानम्’ अखिलेंद्र मिश्र की तीसरी पुस्तक है। उनकी पहली कविता संग्रह ‘अखिलामृतम्’ है। दूसरी पुस्तक अभिनय पर आधारित है ‘अभिनय अभिनेता और ‘अध्यात्म’। जो 1 वर्ष से अमेजन पर बेस्ट सेलर है। तीनों पुस्तक अमेजन और फ्लिपकार्ट पर उपलब्ध है।

अखिलेंद्र मिश्र एक सिद्ध अभिनेता रंगकर्मी के साथ साथ अब साहित्य की तरफ बढ़ चले हैं। साहित्य से इनका नाता बचपन से ही रहा है, लेकिन अब इन्होंने लिखना शुरू किया है। अखिलेंद्र मिश्र ने अपने अभिनय से दर्शकों का खूब मनोरंजन किए हैं। अब उनकी साहित्यिक यात्रा समाज और साहित्य को एक नई दिशा देगी।



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